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नान स्टाप राइटिंग चेलैंज 2022 एडीशन 1 तलाक एक गलत कदम( भाग 16)

           अबध किशोर को आज अपने वकील पर बहुत क्रोध आरहा था। क्रोध आना भी स्वाभाविक था। आज वह अपने वकील से स्पष्ट बात करने के मूड से उसके केविन मे गये हुए थे।


  वकील भी कायस्थ खोपडी़ वाला था वह समझ गया कि आज यह कुछ ज्यादा ही गुस्सा में है 

    इसलिए वकील साहब बोले,"  आओ किशोर क्या बात आज कुछ अधिक परेशान नजर आरहे हो?"

     बस वकील साहब का इतना कहना था कि अबध किशोर तो उनपर टूटते हुए बोला,"  वकील साहब बहुत होगया  तारीख पर तारीख भुगतते हुए। अब यह मेरे बस का काम नही ं है। मुझे यह केस नही लड़ना है और मुझे तलाक नहीं चाहिए। "

वकील साहब बीच मे बोले," हुआ क्या जो इतने उताबले हो रहे हो। कुछ बात तो बताओ। ?"


अबध किशोर बोला " तुम वकील लोग लोगौ को अपनी मीठी बातो से इस तरह फसाकर रखते हो। कि वह यह सोचता है कि मेरा फैसला बस एक दो तारीख में ही होजायेगा। लेकिन उसी केस की पैरवी करते करते आदमी बूढा़ होजाता है। मैने केवल शोभा से तलाक चा हिए था इसके लिए मुझे इस कोर्ट के चक्कर लगाते दो साल होगये। जब मै आपके पास आया था तब आपने कहा था कि बह एक दो। तारीख में ही तलाक हो जायेगा। बताओ वह एक दो तारीख कब आयेगी ?"

वकील साहब बोले " किशोर तुम मेरी बात मानते ही नहीं तुम झूठ बोलना नहीं चाहते  कोई भी केस जीतने के लिए कोर्ट में झूठ भी बोलना पड़ता है और दूसरे पक्ष पर गन्दे इल्जाम भी लगाने पड़ते है इनके लिए तुम तैयार नही हो। अब इसमें मेरी क्या गलती है। मैने शोभा के कुछ वीडियो मांगे तु मने मना कर दिया। मै उन वीडियोज को एडिट करवाकर कोर्ट मे पेश करता परन्तु तुम तो राजा हरिश्चन्द्र बनकर  केस जीतना चाहते हो । इसमें मेरी क्या गल्ती है ?"

अबध किशोर ताली बजाता हुआ बोला," बाह वकील साहब  मै उस अबला नारी को कोर्ट में खडे़ होकर चरित्रहीन कहूँ तुमको उसके वीडियो देदू जिनको तुम एडिट करवा कर कोर्ट में पेश करोगे। वकील साहब मुझे तलाक मिले या नमिले मैं उसके साथ यह गन्दी हरकत न आज करूँगा और न कल करूँगा। आखिर वह मेरी पत्नी है मैने अग्नि को साक्षी मानकर उसके साथ सात फेरे लिए थे उसकी रक्षा करने का बचन भी दिया था और आप कह रहे है कि मै उसे कोर्ट मे सबके सामने चरित्रहीन कुलटा बैश्या और नजाने क्या क्या साबित करूँ नही मेरी अन्तर्रात्मा मुझे ऐसा करने को कभी नही कहेगी। "

    वकील साहब उसका तर्क सुनकर चुप होगये।

 अबध किशोर आगे बोला," वकील साहब मै अपना केस वापिस लेना चाहता हूँ। मुझे किसी को बदनाम करके तलाक नहीं चाहिए। मै जारहा हूँ । इतना कहकर वह जैसे ही केबिन के बाहर निकला उसका सामना शोभा से होगया क्यौकि शोभा भी अपने बकील के पास बैठी थी।जब उसने किशोर को ऊँची आवाज में बात करते सुना था वह उसकी सारी बातैं बाहर खडी़ सुन रही थी।

शोभा अबव किशोर के पैर पकड़कर बोली," मुझे भी तलाक नहीं चाहिए। मै कब से आपके पास आना चाहती थी।  मुझे माँफ करदो मैने आपको गलत समझा था आपतो देवता हो। मैने सब अपने कानौ से सुना है मै आपको आजतक गलत समझती रही। "
      अबध किशोर ने उसे उठाकर अपने गले से लगा लिया और  रोने लगा और बोला," शोभा मेरी भी गल्ती थी कि मैने तुम्हारे छोटी सी बात पर थप्पड़ मारा था। और जब तुम मायके चली गयी तब मै एक बार तुम्है लेने नही गया। जबकि माँ ने मुझे कितनी बार समझाया था कि बेटा जा बहू को लेआ। लेकिन मै अपनी अकड़ के कारण तुमको लेने नहीं गया था। आज  मै भी तुमसे माँफी माँगता हूँ।"

                अब दोनौ वकीलौ को विश्वास होगया कि अब इनका समझौता होगया।।और दोनौ एक दूसरे को बधाई देने लगे क्यौकि यह उन वकीलौ के द्वारा ही  खेल खेला गया था और उनका साथ अबध की माँ ने दिया था। माँ ने ही  यह नाटक रचवाया था। और वह सफल होगया ।

     अबध किशोर की माँ भी आगयी और उन दोनौ को घर लेकर गयी। मा ँने उन दोनौ का घर मे स्वागत किया और इस तरह उनका तलाक हौने से बच गया।

नान स्टाप राइटिंग  चेलैन्ज 2022 हेतु रचना।

नरेश शर्मा " पचौरी "

19/07/2022

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5 Comments

Seema Priyadarshini sahay

20-Jul-2022 06:48 PM

बहुत खूबसूरत

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Gunjan Kamal

20-Jul-2022 10:00 AM

शानदार

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shweta soni

20-Jul-2022 07:42 AM

Nice 👍

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